अबतक ख़बर, संवाददाता :: भाजपा के साथ दूरी बनने के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच टकराव बढ़ा है। वहीं साथ ही शिवसेना के 17 विधायक भाजपा के साथ छोड़ने से नाराज है। 17 विधायक भाजपा को छोड़कर किसी भी हालत में एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन के साथ शामिल होने को तैयार नहीं है ।टकराव इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि यह 17 विधायक किसी भी वक्त पार्टी छोड़ने को भी तैयार हैं। मामले को रफा-दफा करने के लिए शिवसेना के नेता मनोहर जोशी पूरी तरह में लगे हुए हैं। मनोहर जोशी ने इस सिलसिले में मातोश्री में पहुंचकर शिवसेना प्रमुख से मिलने का समय भी ले लिया है।
सरकार बनाने को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि शिवसेना के अंदरखाने में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। नाराज सभी विधायक किसी हाल में NCP और कांग्रेस से गठबंधन नहीं चाहते हैं। ऐसे में यह भी बात सामने आ रही है कि शिवसेना में इसको लेकर फूट पड़ सकती है। नाराज विधायक किसी भी हाल में हिंदुत्व का मुद्दा नहीं छोड़ना चाहते हैं। ये सभी विधायक पश्चिम महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्र के हैं। सभी विधायकों का कहना है कि पार्टी हमेशा से हिंदुत्व के मुद्दे पर चली है और ऐसे में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस-एनसीपी का साथ लेना सही नहीं है।
इससे पहले शिवसेना के विधायक अब्दुल सत्तार ने दावा किया कि सूबे में सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 25 या 26 नवंबर को हो सकता है। पार्टी के विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सभी 56 विधायकों को मुंबई बुलाया है। इन सभी विधायकों को आईडी कार्ड और कपड़े साथ लेकर आने के लिए कहा गया है। कहा जा रहा है कि सभी विधायक अब मुंबई में ही रहेंगे और कहीं नहीं जाएंगे। अब देखना यह है कि यह शिवसेना की कोई नई चाल है या फिर कोई और समीकरण बनने जा रहा है।